Friday, January 25, 2013

महाकुम्भ मेला, प्रयाग में आरंभ हुई 'माई स्टैम्प' सेवा : अब डाक-टिकट पर आपकी फोटो

भारतीय डाक विभाग डाक-टिकटों के क्षेत्र में नित नए और अनूठे प्रयोग कर रहा है. पिछले वर्षों में जहाँ चन्दन, गुलाब व जूही की सुगंध से सुवासित खुशबूदार डाक-टिकट और हालमार्क के साथ मिलकर सोने के डाक टिकट जारी किये गए, वहीँ अब 'माई स्टैम्प' या 'पर्सनालाईजड स्टैम्प' के साथ डाक-टिकट पर कोई व्यक्ति अपनी भी तस्वीर लगा सकता है. इस स्कीम का उद्घाटन कुम्भ मेला स्थित सेन्ट्रल पोस्ट आफिस में आयोजित एक कार्यक्रम में 25 जनवरी, 2013 को इलाहाबाद परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएँ कृष्ण कुमार यादव ने किया।
 
कुम्भ मेले में 'माई स्टैम्प' स्कीम का उद्घाटन करते हुए निदेशक डाक सेवाएँ कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि माई स्टैम्प सेवा का लाभ उठाने के लिए एक फार्म भरकर उसके साथ अपनी फोटो और 300 /-जमा करने होते हैं. एक शीट में कुल 12 डाक-टिकटों के साथ फोटो लगाई जा सकती है. इसके लिए आप अपनी अच्छी तस्वीर डाक विभाग को दे सकते हैं, जो उसे स्कैन करके आपका खूबसूरत 'माई स्टांप' बना देगा. यदि कोई तत्काल भी फोटो खिंचवाना चाहे तो उसके लिए भी प्रबंध किया गया है. 'माई स्टैम्प' को ही 'पर्सनालाईजड स्टैम्प' भी कहा जाता है. श्री यादव ने कहा कि इस पर सिर्फ जीवित व्यक्तियों की ही तस्वीर लगाई जा सकती है.
 
उन्होंने इसके व्यावहारिक पहलुओं की ओर इंगित करते हुए कहा कि किसी को उपहार देने का इससे नायब तरीका शायद ही हो. इसके लिए जेब भी ज्यादा नहीं ढीली करनी पड़ेगी, मात्र 300 रूपये में 12 डाक-टिकटों के साथ आपकी खूबसूरत तस्वीर. अब आप इसे चाहें अपने परिवारजनों को दें, मित्रों को या फिर अपने किसी करीबी को. यही नहीं अपनी राशि के अनुरूप भी डाक-टिकट पसंद कर उस पर अपनी फोटो लगवा सकते हैं। आप किसी से बेशुमार प्यार करते हैं, तो इस प्यार को बेशुमार दिखाने का भी मौका है. पांच रुपए के डाक-टिकट, जिस पर आपकी तस्वीर होगी, वह देशभर में कहीं भी भेजी जा सकती है.
 
श्री यादव ने बताया कि कुम्भ में माई स्टैम्प सेवा 16 डाक-टिकटों के साथ उपलब्ध कराइ जाएगी। इनमें सिनेरेरिया, डहलिया, लिली और पैन्सी फूलों वाले डाक-टिकट के अलावा 12 राशियों के डाक टिकट शामिल हैं. जहाँ बड़े लोगों में अपनी राशि के साथ डाक-टिकट का क्रेज रहा, वहीँ बच्चों ने रंग-बिरंगे फूलों वाले डाक-टिकटों के साथ अपनी फोटो वाली डाक-टिकटें बनवाईं। कई लोगों ने इस सु-अवसर का भरपूर फायदा उठाया और अपने पूरे परिवार को ही माई स्टैम्प के तहत डाक-टिकटों पर ला दिया।
 
'माई स्टैम्प' स्कीम के बारे में विस्तार से बताते हुए निदेशक डाक सेवाएँ कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि दुनिया के कुछेक देशों में 'माई स्टाम्प' सुविधा पहले से ही लागू है, पर भारत में इसका प्रचलन नया है। वर्ष 2011 में नई दिल्ली में विश्व डाक टिकट प्रदर्शनी (12-18 फरवरी 2011 ) के आयोजन के दौरान इसे औपचारिक रूप से लांच किया गया। हाल ही में आयोजित इलाहाबाद डाक टिकट प्रदर्शनी में 13-14 जनवरी 2013 को इसे यहाँ जारी किया गया और लोगों ने इसे हाथों-हाथ लिया. नतीजन देखते ही देखते सैकड़ों लोगों ने डाक टिकटों के साथ अपनी तस्वीर लगाकर इसका लुत्फ़ उठाया. इसकी लोकप्रियता के मद्देनजर इसे अब कुम्भ मेला में भी आरंभ किया गया।
 
  इस अवसर पर कुम्भ मेला अधिकारी अशोक कुमार श्रीवास्तव, सहायक निदेशक आर एन यादव, वी के पाण्डेय सहित तमाम अधिकारी, कर्मचारी और जन उपस्थित रहे। '

1 comment:

Akanksha Yadav said...

वाह, अति उत्तम। हमने तो बनवा भी लिया