Monday, July 13, 2009

अब डाकिया बाबू लायेंगे काशी विश्वनाथ व उज्जैन के महाकालेश्वर का प्रसाद

सावन के मौसम में भगवान शिव की पूजा होती है। बनारस को भगवान शिव की नगरी कहा जाता है और काशी विश्वनाथ मंदिर यहाँ का प्रमुख धार्मिक स्थल है। डाक विभाग और काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट के बीच वर्ष 2006 में हुए एक एग्रीमेण्ट के तहत काशी विश्वनाथ मंदिर का प्रसाद डाक द्वारा भी लोगों को उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके तहत साठ रूपये का मनीआर्डर प्रवर डाक अधीक्षक, बनारस (पूर्वी) के नाम भेजना होता है और बदले में वहाँ से काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट के सौजन्य से मंदिर की भभूति, रूद्राक्ष, भगवान शिव की लेमिनेटेड फोटो और शिव चालीसा प्रेषक के पास प्रसाद रूप में भेज दिया जाता है।

काशी विश्वनाथ मंदिर के अलावा उज्जैन के प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर का प्रसाद भी डाक द्वारा मंगाया जा सकता है। इसके लिए प्रशासक, श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबन्धन कमेटी, उज्जैन को 151 रूपये का मनीआर्डर करना पड़ेगा और इसके बदले में वहाँ से स्पीड पोस्ट द्वारा प्रसाद भेज दिया जाता है। इस प्रसाद में 200 ग्राम ड्राई फ्रूट, 200 ग्राम लड्डू, भभूति और भगवान श्री महाकालेश्वर जी का चित्र शामिल है।

इस प्रसाद को प्रेषक के पास एक वाटर प्रूफ लिफाफे में स्पीड पोस्ट द्वारा भेजा जाता है, ताकि पारगमन में यह सुरक्षित और शुद्ध बना रहे। तो अब आप भी घर बैठे भोले जी का प्रसाद ग्रहण कीजिये और मन ही मन में उनका पुनीत स्मरण कर आशीर्वाद लीजिए !!

15 comments:

नीरज गोस्वामी said...

बहुत अच्छी जानकारी दी है आपने, हमें मालूम ही नहीं था की महाकाल का प्रसाद भी डाक द्वारा मँगवाया जा सकता है...आभार आपका इस जानकारी के लिए.
नीरज

विनोद कुमार पांडेय said...

baba vishvnath ke nagari se hone ke nate thoda bahut pata hai..

par mahaakal ji ke bare me jo jaankari di aapne wo ek dam nayi thi..

bahut dhanywaad..
aise hi nit jnyan badhate rahiye..
badhayi

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' said...

डाकिया बाबू!
बड़ी अच्छी चिट्ठी दी है आज तो...
कल ही मनीआर्डर कर देते हैं।
धन्यवाद!

विवेक सिंह said...

आपके ब्लॉग पर शायद पहली बार आकर अच्छा लगा

आपकी पोस्ट ज्ञानवर्धक रही

शुक्रिया !

सुशील छौक्कर said...

एक अलग सा बेहतरीन ब्लोग है आपका। अब आना जाना लगा रहेगा।

अर्चना तिवारी said...

आज सावन के प्रथम सोमवार के दिन विश्वनाथ बाबा का प्रसाद ग्रहण करके हम धन्य हुए...माथे चढ़ाते हैं...जब गाँव जाते थे तो बाबा के दर्शन हो जाते थे परन्तु अभी कई वर्षों से जाना नहीं हो सका...धन्यवाद

Udan Tashtari said...

ये तो हमें ज्ञात न था. अच्छी सुविधा है. वैसे विदेश भेजने का भी प्रबंध है क्या?

डॉ. मनोज मिश्र said...

देखिये आपकी एक खबर ने आज आपके कई एक नये पाठक पैदा कर दिए ,यह सब बाबा भोले भंडारी की कृपा है . मेरा क्या मैं तो आपका पुराना प्रशंसक हूँ ,वाकई आप डाक -विभाग के बारे में ऐसी जानकारी देते हैं जो कहीं भी देखने -सुनने को नहीं मिल पाती हैं .

राज भाटिय़ा said...

बहुत खुब डाकिया बाबू जी अच्छी जानकारी दी आप ने.
धन्यवाद

www.dakbabu.blogspot.com said...

@Udan Tasdari !
Videsh bhejane ka to filhal koi prabandh nahin hai.

S R Bharti said...

Bahut achhi bat batai apne..ab main bhi dak se prasad magaunga.

KK Yadav said...

जय हो भोले भंडारी की.

Udan Tashtari said...

चलिये फिर वहीं आकर साक्षात दर्शन करेंगे और प्रसाद तो प्राप्त हो ही जायेगा फिर.

Akanksha Yadav said...
This comment has been removed by the author.
Akanksha Yadav said...

Main to baba Vishvanath ka prasad Speed post ke madhyam se manga bhi chuki hoon...is sundar jankari hetu abhar.